Friday, June 4, 2021

भारत की 10 प्रमुख जनजातियां- इस एक जनजाति में एक स्त्री कई पुरुषो से विवाह कर सकती है-

 भारत में ऐसी सैकड़ो जातियां और जनजातियां है जो आज भी अपनें पुरानें रीति-रिवाजों कें अनुसार चलतें है और आज की आधुनिकता सें कोसो दूर सामान्य जीवन जीतें है। इनकें कुछ नियम सामान्य समाज सें बिलकुल हटकर होतें है। आज भी यें लोग पर्वतों पर रहतें है और आधुनिकता सें बहुत दूर है।

आइयें जानतें है ऐसी ही जातियो और जनजातियों कें बारें में -

 

मिशमी 

 

यह जनजाति पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश असम और तिब्बत क्षेत्र में पाई जाती है जिसमें लोग तिब्बती बर्मी परिवार की भाषा बोलते हैं.

 

मिशमी लोगों का वंश पिता की तरफ से चलता है और युवा अपने पिता के कुल के बाहर विवाह के लिए बाध्य हैं उनकी बस्तियां छोटी होती है इनकी जनजाति का कृषि  कृषि का तरीका पुराना है यह देवताओं पर विश्वास करते हैं जनसंख्या के आधार पर यह अरुणाचल में सबसे बड़ी जनजाति है।

 

भील

यह भारत की एक प्रमुख जनजाति है इस जनजाति के लोग मुख्य रूप से कृषि करते हैं। सामाजिक दृष्टि से  इनकी पीढ़ियां पिता की तरफ से चलती हैं। यह जनजाति मुख्य रूप से गुजरात, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और राजस्थान में पाई जाती है।

 भील जाति दो प्रकार उजलिया भील व लंगोट भील में विभाजित है और उजलिया भील मूल रूप से वे क्षत्रिय हैं जो मुगल आक्रमण के समय जंगलों में चले गए थे और मूल भीलो से विवाह कर वहीं रहने लगे। लंगोट भील वहीं के रहने वाले मूल भील है ।

 

खासी

 खासी जनजाति पूर्वोत्तर भारत के मेघालयअसम और बांग्लादेश के कुछ क्षेत्रों में निवास करती है। यह लोग जयंतिया पहाड़ियों में रहते हैं और हष्ट पुष्ट व परिश्रमी होते हैं।

 इस जनजाति में वंश मातृसत्तात्मक होता है शादी के बाद इनमें पति ससुराल में रहता है और महिलाओं द्वारा चुने गए पुरुषों से शादी होती है। यह लोग मुख्य रूप से खेती करते हैं।

 

गद्दी

यह जनजाति हिमाचल प्रदेश के पश्चिमी सीमा पर पाई जाती है। गद्दी जनजाति के लोग अपने आप को यह राजस्थान के 'गढवी' शासकों का वंशज बताते हैं, इनका मूल विश्वास है कि मुगलों के आक्रमण काल में धर्म व समाज की पवित्रता बनाए रखने के लिए राजस्थान छोड़कर हिमाचल में आकर बसे थे।

 गद्दी जनजाति के लोग हिंदू धर्मावलंबी होते हैं यें शिव व मां पार्वती के विविध रूपों के साथ उनकी आराधना करते हैं। उनके द्वारा नवरात्र का पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है। इन लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती है यह जौं, गेहूं और चावल की खेती करते हैं।

 

गोंड

यह जनजाति विंध्य पर्वत, सतपुड़ा, छत्तीसगढ़ के मैदान में गोदावरी नदी के आसपास रहती है।गोंड, भारत की प्रमुख  जनजाति है यह  प्राचीन गोंड राजाओं को अपना वंशज मानती है। 

मध्य प्रदेशछत्तीसगढ़, उड़ीसा राज्य में यह जनजाति अब मुख्य रूप सें निवास करती है, गोंड जनजाति के लोग काले व भूरे रंग के होते हैं्।

 केसलापुर, जात्रा व मड़ाई गोंड जनजाति के प्रमुख पर्व है तथा गोसावी इस जनजाति का प्रमुख लोक नृत्य है।

 

थारू

इस जनजाति का निवास क्षेत्र नैनीताल, उत्तर प्रदेश व दक्षिण पूर्व से लेकर गोरखपुर और नेपाल की सीमा तक है। थारू लोग खेती, पशुपालन, शिकार मछली पकड़ते हैं वह वनों में कार्य करते हैं ।

समाज पितृसत्तात्मक होने के बावजूद संपत्ति पर पुरुष से ज्यादा महिला का अधिकार होता है, थारू जनजाति के लोग प्रेत-आत्माओं की पूजा करते हैं यह ईमानदार शांत प्रकृति वाले होते हैं तथा होली दीपावली व जन्माष्टमी पर्व को बड़े आनंद से बनाते हैं।

 

डफला

 यह जनजाति पूर्वी भूटान, अरुणाचल प्रदेश में निवास करती है। यह चीनी-तिब्बती परिवार की तिब्बती-बर्मी भाषा बोलते हैं। इन लोगों को 'बंगनी' भी कहा जाता है।

 यह लोग झूम खेती, शिकार व मछली पकड़ते है। यह बल्लियो से बने घरों में 3000 से 6000 फिट की ऊंचाई पर रहते हैं।  समाज पितृसत्तात्मक होता है व एक ही परिवार के नीचे अन्य परिवार के सदस्य रहते हैं लेकिन सब का चूल्हा अलग होता है।

 

टोडा

 

 यह जनजाति नीलगिरी पर्वत पर रहती है जिसका मुख्य व्यवसाय पशुपालन है  यह लोग 'टोडा' भाषा बोलते हैं जो कन्नड़ भाषा से संबंधित एक द्रविड़ भाषा है। यह लोग अपना परंपरागत दूध का धंधा और बांस की वस्तुओं का व्यापार  करतें है व नीलगिरी के अन्य लोगों से कपड़ा और मिट्टी के बर्तन लेते हैं।

 इस जनजाति में बहुविवाह आम बात है इसमें कई लोगों की एक ही पत्नी हो सकती है।

 टोडा जनजाति में जब कोई स्त्री गर्भवती होती है तो पुरुष उसे तीर व कमान खिलौने भेंट करता है और बच्चे का पिता होने की घोषणा करता है।

 

कुकी

यह जनजाति भारत और म्यांमार की सीमा पर मिजो पहाड़ियों पर रहती है यह लोग कद में छोटे होते हैं और नागा लोगों के ज्यादा खूंखार समझे जाते हैं।

  इस जनजाति के लोग अपने सरदार की आज्ञा का पालन करना अपना धर्म समझते हैं उनका सरदार एक प्रकार का राजा होता है जिस के आदेश का आंख मूंदकर पालन किया जाता है ।

 मुखिया का सबसे छोटा पुत्र अपने पिता की संपत्ति का उत्तराधिकारी होता है।

 

नागा

 यह जनजाति मुख्य रूप से नागालैंड में नंगा पर्वत श्रेणियों पर निवास करती है जो पूर्वोत्तर भारत और म्यांमार के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में निवास करती है ।

 यह बांस के बने घरों में रहते हैं इनका मुख्य धंधा शिकार है यह एक योद्धा जनजाति है तथा उनकी वीरता को देखकर ही इनके विवाह होते हैं ।

 हॉर्नबिल उत्सव नगर लोगों का प्रमुख त्योहार है  इनका प्रमुख धर्म ईसाई  है ।

 

Wednesday, June 2, 2021

Women freedom fighters of India- इन महिलाओ का वजह से ही आज भारत आजाद हो पाया है. 8वीं महिला के बारे में शायद ही आप जानते हो-

भारत की आजादी की लङाई में पुरुषो के साथ-साथ महिलाओ ने भी बढ-चढकर हिस्सा लिया और भारत की आजादी दिलाने में सफलता पायी, तो आइये इसी क्रम में जानने की कोशिश करते है कि वे कौन-कौन सी महिला स्वतंत्रता सेनानी थी जिन्होने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.

 रानी लक्ष्मी बाई:-

  •  रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर 1828 को वाराणसी में हुआ था। उनका विवाह गंगाधर राव के साथ हुआ। 21 नवंबर 1853 में गंगाधर राव की मृत्यु हो गई। उसके बाद प्रशासन की सारी जिम्मेदारी रानी लक्ष्मीबाई ने अपने कंधों पर ले ली।

Rani Laxmibai file pic



  • अंग्रेजों की हड़प नीति के कारण उन्होंने अंग्रेजों का डटकर सामना किया और 1857 की क्रांति में उन्होंने अंग्रेजों से जमकर लोहा लिया। अंत में वो झांसी की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुई।

 

बेगम हजरत महल:-

  • 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के समय बेगम हजरत महल ने अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी थी। वह अवध के नवाब वाजिद अली शाह की पत्नी थी।
  • ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों ने इनके पति को गिरफ्तार कर कोलकाता भेज दिया था,  इसके पश्चात बेगम हजरत महल में अवध की बागडोर संभाल कर लखनऊ पर कब्जा कर लिया। उन्होंने अपने नाबालिक पुत्र बिरजिस कादर को गद्दी पर बैठा कर अंग्रेजों का सामना स्वयं किया था,उनके अंदर मातृत्व और साहस का गुण था व नेतृत्व की अभूतपूर्व क्षमता थी।
  •  उन्होंने अंग्रेजों से जी जान लगाकर लगा लड़ाई की परंतु उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जिसके कारण वह नेपाल चली गई और वहां उनकी मृत्यु 1879 ईसवी में हुई।

 

एनी बेसेंट:-

  • एनी बेसेंट आइरिश मूल की स्त्री थी जिनका जन्म 1 अक्टूबर 1847 में लंदन के एक परिवार में हुआ था, उनका विवाह 1867 में फ्रैंक बेसेंट नामक पादरी से हुआ था परंतु उनका वैवाहिक जीवन ज्यादा समय तक चल ना सका। इसके पश्चात उन्होंने भारत आकर अनेक सामाजिक कार्य किए।
  • वह कांग्रेस की प्रथम महिला सदस्य बनी और भारतीयों के अधिकारों के लिए लड़ी ।
  •  वह एक प्रसिद्ध समाज सुधारक, महिला कार्यकर्तालेखिका और प्रवक्ता थी, एनी बेसेंट की उपलब्धियों में थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना, कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष बनना, होमरूल की स्थापना व भारत में स्वशासन की मांग करना था।

 

मैडम भीकाजी कामा:-

  • मैडम भीकाजी कामा का जन्म 24 सितंबर 1861 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता सोहराबजी पटेल एक प्रसिद्ध व्यापारी थे। भीकाजी कामा का स्वास्थ्य खराब रहने के कारण वह मुंबई से यूरोप सन् 1902 में चली गई।  वहां से उन्होंने लंदन अमेरिका जर्मनी भ्रमण कर भारत की स्वतंत्रता के पक्ष में माहौल बनाया।
  •  वह मैडम भीकाजी कामा ही थी जिन्होंने 22 अगस्त 1907 को जर्मनी की अंतरराष्ट्रीय सोशलिस्ट कान्फ्रेंस में भारत के राष्ट्रीय झंडे को फहराया था , जिस पर वंदे मातरम लिखा हुआ था।

 

  •  तिरंगे झंडे की कल्पना भी भीकाजी कामा की ही थी।

 

कस्तूरबा गांधी:-

  •  कस्तूरबा गांधी का जन्म पोरबंदर में 11 अप्रैल 1869 को हुआ था, वह महात्मा गांधी की पत्नी थी उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।
  •  सन् 1930 में व दांडी और धरासड़ा के बाद जब गांधी जी जेल चले गए तो वह सभी का मनोबल बढ़ाते रही।



  •  22 फरवरी 1944 को जब गांधी जी जेल में थे तो उनकी मृत्यु हो गई।

 

सरोजिनी नायडू:-

  •  सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 में हैदराबाद में हुआ था, वह होनहार विद्यार्थी थी उन्हें उर्दू, तेलुगु, इंग्लिश, बांग्ला व फारसी भाषा का अच्छा ज्ञान था।
  •  इंग्लैंड में उन्होंने पढ़ाई की। गोल्डन थ्रेसोल्ड उनका पहला कविता संग्रह था, उनके दूसरे व तीसरे कविता संग्रह बर्ड आफ टाइमब्रोकन विंग ने उन्हें सुप्रसिद्ध कवियत्री बना दिया।
  •  1903 से 1917 के बीच व नेहरू व टैगोर व अन्य भारतीय नायकों से मिली।
  •   1915 से 1918 तक भारत भ्रमण किया ताकि भारत में राष्ट्रीय भावनाओ को जाग्रत किया जा सकें।
  •  सविनय अवज्ञा आंदोलन में वह गांधी जी की विश्वसनीय थी.

 

  • 1922-26 तक वह दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के प्रति प्रयत्नरत रही।

 

  • नायडू ने सन् 1925 में कानपुर कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी व उत्तर प्रदेश के गवर्नर बनने वाली पहली महिला थी ।

 

अरूणा आसफ अली:-

 

  इनके बचपन का नाम अरुणा गांगुली था, इन्हें 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के गोवालिया मैदान में कांग्रेस का झंडा फहराने के लिए हमेशा याद किया जाता है।

 

  •  1930 में उन्होंने सार्वजनिक सभाओं को संबोधित किया व जुलूस निकाला,  1932 में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया और वहां पर उन्होंने कैदियों के खिलाफ हो रहे बुरे व्यवहार के विरोध में भूख हड़ताल की।

 

दुर्गाबाई देशमुख:-

 

 इनका जन्म 1909 में आंध्र प्रदेश में हुआ था, 10 वर्ष की उम्र में उन्होंने महिलाओं के लिए पाठशाला खोली व 500 से अधिक महिलाओं को हिंदी पढ़ाने के साथ-साथ स्वयं सेविका बनाने का कार्य किया।

 

  •  सन् 1930 से 33 तक वे तीन बार जेल गई।

  • उनका विवाह 1953 में भूतपूर्व मंत्री चिंतामणि देशमुख के साथ हुआ।

  •  आंध्र प्रदेश में शिक्षा के प्रसार के लिए उन्हें नेहरू साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  •  71 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद 9 मई सन 1981 को हैदराबाद में उनका निधन हो गया.

 

डॉक्टर लक्ष्मी सहगल:-

 

 डॉ लक्ष्मी सहगल का जन्म 24 अक्टूबर 1914 को तमिल परिवार में हुआ था, कैप्टन सहगल ने 1932 में स्नातक की परीक्षा पास की और बाद में उन्होंने एमबीबीएस किया और डॉक्टर बनी ।

 

  • 1942 में वे भारत छोड़कर सिंगापुर चली गई और द्वितीय विश्व युद्ध में घायल युद्ध बंदियों के लिए काम किया ।

 

  •  1943 में सुभाष चंद्र बोस से वह काफी प्रभावित हुई और आजाद हिंद फौज को ज्वाइन कर लिया।

 

  • अक्टूबर 1943 में डॉक्टर लक्ष्मी ने रानी लक्ष्मी रेजीमेंट का कार्यभार संभाला व बाद में उन्हें कर्नल का पद भी मिला ।

 

  • जापान की हार के बाद उनको आजाद हिंद सैनिकों के साथ पकड़ा गया व बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया, उन्होंने कर्नल प्रेम कुमार सहगल से विवाह किया ।

 

  •  23 जुलाई सन् 2012 को उनका देहांत कानपुर में हो गया ।

 

विजय लक्ष्मी पंडित:-

 विजय लक्ष्मी पंडित जवाहरलाल नेहरू की बहन थी, उनका जन्म 18 अगस्त 1900 को इलाहाबाद में हुआ था, उन्होंने असहयोग आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।

  •  इनका विवाह 1921 में सीताराम पंडित के साथ हो गया।
  •  1932 में इन्होंने आंदोलन में भाग लेने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया ।
  •  1937 में विधानसभा चुनाव में हुए विधानसभा की सदस्य चुनी गई।
  •  1942 में असहयोग आंदोलन के वक्त उन्हें गिरफ्तार किया गया
  •   सन् 1946 में भी पुनः उत्तर प्रदेश विधानसभा की सदस्य बनी।

 

  •  स्वतंत्रता के बाद विजय लक्ष्मी पंडित ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का प्रतिनिधित्व किया व संघ में महासभा में प्रथम महिला अध्यक्ष निर्वाचित की गई।

 

  • 1 दिसंबर 1990 को उनकी मौत हो गई।

 

सुचेता कृपलानी:-

  •  सुचेता कृपलानी भारतीय स्वतंत्रता सेनानी व राजनीतिज्ञ थी।
  • 1946 में संविधान सभा के सदस्य चुनी गई।
  •  1958 से 1960 तक वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव थी ।
  •  वह उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला मुख्यमंत्री थी।
  • वह नोआखली यात्रा के समय बापू के साथ थी।

 

  • 1963 में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने से पहले वह दो बार लगातार लोकसभा के लिए चुनी गई थी।

 

  • उनकी मृत्यु 1 दिसंबर 1974 को हुई थी.

 


Saturday, May 29, 2021

Delhi का इतिहास, वर्तमान तथा प्रमुख तथ्य- दिल्ली इन वजहों से हमेशा भारतीय राजनीति का केन्द्र रही है-

दिल्ली का इतिहास भारत के इतिहास में बहुत ही महत्व रखता है, पांडवो की राजधानी इंद्रप्रस्थ से लेकर वर्तमान समय में दिल्ली तक दिल्ली हमेशा से ही भारत के केन्द्र में रही है, दिल्ली जहां से अंग्रेजो ने भी भारत को नियंत्रित करने का प्रयास किया. 

इसी माध्यम से हम दिल्ली के इतिहास को समझने का प्रयास करते है-

Delhi का इतिहास:-

भारतीय महाकाव्य "महाभारत" में वर्णित पांडवों की राजधानी "इन्द्रप्रस्थ" का स्थान है।

  • चन्दबरदाई की रचना पृथ्वीराज रासो में राजा "अनंगपाल सिंह तोमर" को दिल्ली का संस्थापक बताया गया है।
  • कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत और गुलाम वंश की नींव डाली।
  • दिल्ली पर शासन करने वाली पहली व एकमात्र महिला, इल्तुतमिश की बेटी "रजिया सुलतान" थी.


  • मुगल वंश ने 1540-1556 के सोलह वर्ष के अंतराल के साथ लगभग तीन शताब्दी तक दिल्ली पर शासन किया। इन 16 वर्षों का अन्तराल शेरशाह सूरी के हुमायूं को हराकर भगा देने कारण आया था।
  • शाहजहाँ ने दिल्ली का सातवां शहर शाहजहॉनाबाद रखा, जो 1638 में मुगल साम्राज्य की राजधानी के रूप में काम करती थी। इसे वर्तमान में "पुरानी दिल्ली" के नाम से जाना जाता है।
  • 1738 में, बघेल सिंह के नेतृत्व में सिखों ने दिल्ली व लाल किले पर कब्जा कर लिया, लेकिन संधि पर हस्ताक्षर किए जाने के कारण, सिख लाल किले से वापस चले गये और "शाह आलम द्वितीय" को सम्राट के रूप में बहाल करने पर सहमत हुए.
  • 1803 में द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध के दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी ने मराठा सेना को हरा दिया।
  • 1858 को यह शहर ब्रिटिश सरकार के सीधे नियंत्रण में आ गया।
  • "नई दिल्ली" नाम 1927 में दिया गया था और 13 Feb 1931 को नई राजधानी का उद्घाटन किया गया था। इस समय वायसराय "लार्ड इरविन" थे।
  • *इसे "लुटियन्स दिल्ली" के नाम से भी जाना जाता है।


  • 15Aug1947 को स्वतन्त्रता के पश्चात आधिकारिक रूप से भारत संघ की राजधानी दिल्ली को घोषित कर दिया गया.


Delhi के कुछ आधारभूत तथ्य:-

  • राजधानी- 13 Feb 1931
  • केन्द्र शासित प्रदेश- 1956
  • राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(NCR)- 1 Feb 1992
  • जिले- 11
  • उप राज्यपाल- अनिल बैजल
  • मुख्यमंत्री- अरविंद केजरीवाल
  • उप मुख्यमंत्री- मनीष सिसोदिया 
  • MLA- 70
  • Lok Sabha- 7
  • Rajya Sabha- 3

Map of Delhi


Delhi के सीमावर्ती राज्य:-

पूर्व में उत्तर प्रदेश तथा शेष तीन दिशाओं से हरियाणा की सीमाएँ है।

  1. हरियाणा 
  2. उत्तर प्रदेश 


Delhi के राजकीय चिह्न:-

  • राज्य पशु-  नीलगाय
  • राज्य पक्षी- गौरैया 
  • राज्य वृक्ष-  Flamboyant 
  • राज्य पुष्प- "अल्फाल्फा"
  • 20 March को "गौरैया दिवस" मनाया जाता है।


Delhi की भौगोलिक स्थिति:-


दिल्ली के भूगोल की दो प्रमुख विशेषताएं है।

  1. यमुना के बाढ़ के मैदान 
  2. दिल्ली के रिज


  • "हिंडन नदी", गाजियाबाद को दिल्ली के पूर्वी हिस्से से अलग करती है।
  • दिल्ली रिज दक्षिण में अरावली रेंज से शुरू होता है और शहर के पश्चिम, उत्तर-पूर्व और उत्तर पश्चिम भागों को घेरती है।


Delhi के सामान्य तथ्य-

  • भारत में पहली बार एशियन गेम्स 1951में दिल्ली में ही हुए थे।
  • राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का केंद्र दिल्ली है।
  • दिल्ली भूकम्पीय क्षेत्र (seismic zone)-IV में आता है।
  • Edwin Lutyens ने ही- 1- इंडिया गेट (1931)   2- राष्ट्रपति भवन (1912)    3- संसद भवन(1921) बनाया था। राष्ट्रपति भवन को ही पहले "वायसराय हाउस" कहते थे।
  •  हिंडन एयरपोर्ट, गाजियाबाद इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिल्ली-NCR में 8March2019 को उद्घाटन किया गया।
  • दिल्ली मेट्रो प्रोजेक्ट पद्म विभूषण E.Shridharan के नेतृत्व में बना। इन्हे "मेट्रो मैन आफ इंडिया" के नाम से भी जाना जाता है।
  • 3 May 1995 को दिल्ली मेट्रो कारपोरेशन बना तथा 24 Dec 2002 को मेट्रो सुविधा शुरू कर दी गई, जिसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया था।
  • दिल्ली मेट्रो की पहली लाइन "रेड लाइन" थी। 


Delhi के महत्वपूर्ण त्यौहार:-

 उत्तर भारत के लगभग सभी बड़े त्यौहार यहां मनाये जाते है। अत: कुछ अन्य महत्वपूर्ण त्यौहार निम्नवत है-

  1. International Mango Festival 
  2. India International Trade Fair
  3. गुरु नानक जी का जन्मदिन
  4. कुतुब त्यौहार



दिल्ली की प्रसिद्ध जगहें:-

  1. जामा मस्जिद 
  2. जन्तर मन्तर 
  3. कुतुब मीनार 
  4. राष्ट्रपति भवन
  5. लाल किला 
  6. शान्ति वन
  7. विजय घाट 
  8. राज घाट 
  9. इंडिया गेट 
  10. Lotus Temple

इन सबसे अलग दिल्ली अपने लजी़ज भोजन को लेकर भी प्रसिद्ध है।


UNESCO 🌍 Heritage Sites in Delhi:-

  1. हुमायूं का मकबरा-1993
  2. कुतुब मीनार-1993
  3. लाल किला-2007

Tuesday, May 25, 2021

सिक्किम का इतिहास,वर्तमान तथा प्रमुख तथ्य- सिक्किम का इतिहास भी कश्मीर जैसा पेंचीदा है.

सिक्किम राज्य का इतिहास भी कश्मीर हैदराबाद तथा जूनागढ़ की रियासतों के विलय की ऐतिहासिकता से कम नहीं है। भारत सरकार की रणनीति सूझबूझ व वहाँ की बहुसंख्यक नेपाली जनता के समर्थन से सिक्किम को Protectorate State से भारत गणराज्य का राज्य बनाया गया। 

आइये जानते है,सार शब्दों में भारत के सबसे सुन्दर राज्यों में से एक पक्षियों का स्वर्ग कहे जाने वाले सिक्किम राज्य के बारे में-

सिक्किम राज्य का इतिहास:-

  • सिक्किम में एक राजशाही साम्राज्य सन् 1642 से May 1975 तक रहा.
  • सन् 1890 से सन् 1950 तक यह ब्रिटिश इंडिया द्वारा संरक्षण प्राप्त राज्य रहा, अर्थात-सिक्किम पर ब्रिटिश सरकार का हस्तक्षेप था, राजा जिसे सिक्किम में 'चोग्याल" कहा जाता है, उसका पद यथावत रहता था।

  • इंण्डो-सिक्किम सन्धि सन् 1950 पर हस्ताक्षर हुए तथा सिक्किम अब एक भारत सरकार का संरक्षण प्राप्त राज्य बन गया।

  • "काजी लेन्डुप डोरजी" पहले मुख्यमंत्री बने, किन्तु चोग्याल (राजा) अभी भी शक्ति में थे।

  • Sept 1974 में 35वें संविधान संशोधन द्वारा सिक्किम को भारत का सहराज्य बना दिया गया था.
  •  10 April 1975 को चोग्याल पद निरस्त कर दिया गया, जिससे विरोध बढ गया।
  • भारत सरकार ने जनमत संग्रह कराया जिसमे भारत का पक्ष विजयी रहा और 36वें संविधान संशोधन के साथ सिक्किम भारत का 22वां पूर्ण राज्य बन गया।


सिक्किम के आधारभूत तथ्य:- 

  • राज्य का दर्जा- 16 May 1975
  • राजधानी- गंगटोक 
  • जिले- 04
  • मुख्यमंत्री- प्रेम सिंह तमांग
  • राज्यपाल- गंगा प्रसाद 
  • हाईकोर्ट- सिक्किम हाईकोर्ट 
  • मुख्य न्यायाधीश- अरूप कुमार गोस्वामी 
  • MLA- 32
  • LOK SABHA- 1
  • RAJYA SABHA- 1


सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्र:- 

अंगूठे के आकार का कहा जाने वाला राज्य  एक राज्य तथा तीन देशों की सीमाओं से घिरा है।

  • पूर्व में भूटान
  • पश्चिम में नेपाल
  • उत्तर में तिब्बत
  • दक्षिण में पश्चिम बंगाल 


सिक्किम के राजकीय चिह्न:- 

  • राज्य पशु:- लाल पांडा 
  • राज्य पक्षी:-  Blood pheasant 
  • राज्य पुष्प:- Noble Dendeobium
  • राज्य वृक्ष:- Rhododendron Niveum


सिक्किम की भौगोलिक स्थिति:-

  • भारत का सबसे कम आबादी वाला दूसरा राज्य है।
  • जैव विविधता में अल्पाईन वृक्ष तथा उपोष्णकटिबंधीय जलवायु है।
  • भारत में सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा जोकि विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है। मांउट K2 गॉडविन ऑस्टिन POK वाले क्षेत्र में है।
map of Sikkim




सिक्किम के प्रमुख बांध:- 

जोरथांग हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट- (96  मेगावाट) रंगीत नदी पर स्थित है।


सिक्किम की प्रमुख झीलें:-

  • चोलामू झील
  • ग्रीन लेक
  • राजकाठोक लेक
  • मेनमेचो लेक

सिक्किम के प्रमुख दर्रे :-

  1. जैलेप ला
  2. नाथु ला

सिक्किम के प्रमुख नृत्य:- 

  • मरूनी 
  • सिकमारी 
  • तमांग सेलो

सिक्किम के प्रमुख त्यौहार:-


  • लुसूंग त्यौहार 
  • लोसर त्यौहार 
  • बामचू त्यौहार


सिक्किम राज्य के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान तथा वन्यजीव अभ्यारण्य:-

  • कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान 
  • सिंहबा बुरांश(Rhododendron) अभ्यारण्य 
  • मैनाम वन्यजीव अभयारण्य 
  • वारसेय बुरांश अभयारण्य


सिक्किम राज्य के सामान्य तथ्य :-

  • सन् 1994 -2019 तक  25 वर्ष तक देश के सबसे लम्बे समय तक पवन कुमार चामलिंग जी मुख्यमंत्री रहे हैं।

  • भारत को पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से जोड़ने वाला "सिलीगुड़ी कोरिडोर या चिकेन नेक" यही पर है।

  • 8 Dec 2008 को सिक्किम भारत का पहला खुले में शौच से मुक्त राज्य बना। इस राज्य को "निर्मल राज्य" की उपाधि मिली।

  • इसे पक्षियों का स्वर्ग कहा जाता है।


अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा:-


  •  24 Sept 2018 को पैकयोंग एयरपोर्ट बनाया गया।



UNESCO 🌍 Heritage Sites in Sikkim-


  • कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान- 2016


GI TAGS OF SIKKIM:- 

सिक्किम बड़ी इलायची


यदि कोई यूरोप पर्यटन चाहता है, तो उसे पहले सिक्किम अवश्य टहलना चाहिए। उपरोक्त तथ्य केवल एक साधारण ब्यौरा मात्र ही है। इसके अतिरिक्त सिक्किम के तिब्बती स्टाइल वाले बुद्धिस्ट गोम्पा, ऊंचे पहाड़ों पर स्थित घास के मैदान व आश्चर्य में डालने वाले झरनें व 8586m की ऊंचाई वाला कंचनजंगा पर्वत ऐसा बेमिसाल प्राकृतिक सौन्दर्यों का गढ है, जिसका वर्णन बडे़ बडो़ के लिये सहज नहीं है।

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