अक्सर यह देखा गया है कि हम अपना काम शुरू तो कर देते है परन्तु इच्छाशक्ति की कमी या किसी अन्य कारणो की वजह से हम अपने काम को अंजाम तक पहुंचाने में असफल रहते है जिसकी वजह से हमारा काम टालमटोल का हिस्सा बन जाता है।
धीरे-धीरे यही टालमटोल और काम न हो पाने की चिंता हमारे जीवन के अन्य क्रियाकलापों को भी प्रभावित करनें लगती है।
टालमटोल की स्थिति बाद में व्यक्ति के लिए हजारो चिंता पैदा कर देती है जो कि धीरे-धीरे अवसाद का रूप लेने लगता है और हमारी कार्यक्षमता को लगभग खत्म कर देता है।
आइये समझते है कि किसी काम को कैसे पूरा करें जिससें की वह टालमटोल का हिस्सा न बनें व हमें जल्द ही परिणाम दे।
Task को पूरी तरह सें समझिए:-
किसी लक्ष्य की प्राप्ति की शुरूआत करनें सें पहले यह जरूरी है कि हमें उस के बारें में हर एक चीज पता होनी चाहिए, उसकें करनें से हमारें जीवन में क्या बदलाव आयेगे व उसको करनें सें कोई फायदा है या नही।
किसी विद्वान ने कहा है कि गलत दिशा में चला गया हर एक कदम हमें लक्ष्य सें दूर ले जाता है।
हमें खुद सें यह सवाल पूछते रहना है कि इस काम को करनें सें मेरे जीवन में क्या बदलाव आयेगे? अगर आपके जवाब सकारात्मक आ रहे है तो वह आपकों ऊर्जा प्रदान करेगे व आपको प्रोत्साहित करेगे।
अपने लक्ष्यो को लिखकर रखें:-
आपने जो भी लक्ष्य बनाया है उसको किसी कागज पर लिखकर हमेंशा अपनें पास रखें या किसी ऐसी जगह पर रखें जो कि आपको हमेंशा आपकें लक्ष्य को याद दिलाता रहें। ध्यान रहें कि आपका लक्ष्य जब subconscious mind तक पहुंच जायेगा तो subconscious mind आपको उसें करनें के नये-नयें सुझाव देगा।
अपने पास लिखित रूप सें लक्ष्य को रखनें सें एक फायदा यह भी है कि आप जब भी उस लक्ष्य को देखते है तो आपकें अंदर सें एक आवाज आपको प्रेरित करती है उस लक्ष्य को प्राप्त करनें के लिए।
मुख्य लक्ष्य चुनें:
आपने अपनें जितनें भी लक्ष्य लिखे है उनमें सें एक ऐसा लक्ष्य चुनें जो कि आपकें बाकी के सारें लक्ष्यो सें महत्वपूर्ण हो, जिसको पानें के पश्चात आपके जीवन में सबसें ज्यादा सुधार हो।
ऐसा लक्ष्य चुननें के बाद उस पर आपको काम करना है व आपको लक्ष्य की प्राप्ति के लिए Deadline भी निर्धारित करनी है।
आनें वाले प्रत्येंक दिन, सप्ताह और महीनें को प्लान करें:-
जब आप लक्ष्य निर्धारित कर लें तो उसकें बाद सबसें जरूरी काम है कि आप प्रत्येक दिन का Target लेकर चलें और दिन खत्म होने तक इस बात का अवलोकन करें कि क्या आपकें द्वारा लिया गया Target पूरा हो गया है।
सोनें से पहलें अगलें दिन का पूरा schedule निर्धारित कर लें व तब तक चैन सें न बैठे तब तक आप उस दिन के Target तक पहुंच न जायें।
इसी प्रकार सप्ताह भर का Target बनाइयें व फिर महीने भर का.
दिन की शुरूआत कठिन काम सें करें:-
लेखक ब्रायन ट्रेसी कहते है कि अगर उन्हे दिन भर में किसी भी वक्त मेढक खाना हो तो वह सुबह उठकर मेढक खाना पसंद करेंगे, क्योकि मेढक खाना एक ऐसा काम है जो कि कोई व्यक्ति नही करना चाहता।
सुबह मेढक खाकर पूरें दिन निश्चित होकर कुछ भी किया जा सकता है।
लेखक के अनुसार मेढक खाना यहां पर आपके द्वारा चुना गया दिन भर का सबसें कठिन काम है। सुबह उठकर सबसें पहलें उस काम को खत्म कर दीजिए जिससें कि काम होनें को बाद सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी व आगें बढने का प्रोत्साहन भी मिलेगा।
Positive Attitude विकसित करें:-
जब हम कोई काम खत्म करते है तो हमें काफी अच्छा महसूस होता है, उस वक्त हमारा दिमाग एंडोफिन नामक एंजाइम स्त्रावित करता है जिसकी वजह सें हमें काफी अच्छा लगता है व शरीर में जोश व ऊर्जा बनी रहती है।
अगर आप दिन में सबसें पहलें सबसें कठिन काम को खत्म करनें की आदत डाल लेतें है तो आप एंडोफिन एंजाइम की मदद सें हर वक्त अच्छा महसूस करेगें और यह आपकों प्रेरित करेगा आपके लक्ष्य कें प्रति।
धीरें-धीरें जैसें ही आप काम को खत्म करनें की आदत डाल लेते है आप खुश रहना शुरू कर देगे व आपके अंदर Positive Attitude विकसित हो जायेगा.
Step by Step चलें:-
अगर आपको 100 किमी की दूरी तय करनी है तो पहला काम है कि पहलें एक कदम बढायें. ठीक इसी प्रकार अगर आपकों अपनें लक्ष्य की प्राप्ति करनी है तो सबसें पहलें एक कदम बढायें जो आपको आपकें लक्ष्य के एक कदम नजदीक लें जाता है।
Win-Win policy follow कीजिए-
जो हमें यह सिखाती है कि दोनो स्थिति में जीत कैसें है।
अगर आप ऐसे ही अन्य वीडियोज देखना चाहते है तो हमारे यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है।
Truth Today Youtube
No comments:
Post a Comment