प्रकृति ने खुद को इस प्रकार व्यवस्थित किया हुआ है कि प्रकृति में सारी चीजें एक-दूसरे से जुङी हुई है-
इस पृथ्वी पर लगभग 20 लाख जैव-प्रजातियों का अस्तित्व है, और प्रत्येक जीव का पारिस्थतिकीय तंत्र में महत्व होता है। जब किन्ही कारणोवश किसी एक जगह असंतुलन की स्थिति पैदा होती है तो उसका खामियाजा प्रकृति में मौजूद सभी जीवों को भुगतना पडता है।
मानवीय क्रियाकलापो के फलस्वरूप जब प्रकृति में असंतुलन पैदा होने लगता है, तो पृथ्वी पर प्रजातियां विलुप्त होने लगती है।
एक अनुमान के मुताबिक हर वर्ष विश्व में लगभग 10000-20000 प्रजातियां विलुप्त हो रही है। इस प्रकार की ही स्थिति Tigers के साथ में भी थी जिसको बचाने के लिए Save Tigers अभियान चलाया गया था।
Save Tigers मुहिम कब चलायी गयी थी?
Tiger जो कि प्रकृति का एक हिस्सा है, प्रकृति के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
वर्ष 2006 में भारत में सिर्फ 1411 Tigers ही बचे थे जिसके बाद भारत में Tigers को बचाने की मुहिम चलायी गयी थी। 29 जुलाई 2010 को रूस के एक शहर पीटर्सबर्ग में Tiger Summit का आयोजन किया गया जिसके बाद विश्वभर में Save Tigers अभियान चलाया गया था।
Save Tigers मुहिम का उद्देश्य 2022 तक Tigers की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया था।
विश्वभर में 29 जुलाई को International Tiger Day मनाया जाता है।
भारत में टाइगर की स्थिति
साल 2006 में भारत में 1411 Tigers ही बचे थे जिसकी वजह से भारत सरकार नें Save Tigers अभियान चलाया था। जिसका उद्देश्य Tigers की संख्या में वृद्धि करना था।
Save Tigers अभियान के बाद भारत में टाइगर्स की संख्या
2018 के एक सर्वक्षण के अनुसार भारत में Tigers की संख्या बढकर 2967 हो गयी है, जो कि भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है।
यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि विश्व में पाये जाने वाले कुल Tigers के 70% Tigers सिर्फ भारत में ही पाये जाते है।
वर्तमान में Tigers की संख्या 3000 के आसपास है।
Save Tigers अभियान का भारत में प्रभाव
Save Tigers अभियान के बाद भारत में Tigers की संख्या को 1411 से 2967 तक ले जाया जा सका है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006 में भारत में सिर्फ 1411 Tigers थें जो कि बढकर 2010 में 1706 हो गये थें, भारत सरकार के प्रयासो के फलस्वरूप 2014 में 2225 व वर्तमान में करीब 3000 की संख्या तक Tigers भारत में मौजूद है।
मध्य प्रदेश में इस वक्त सबसे ज्यादा 526 Tigers है, दूसरे नम्बर पर कर्नाटक है जहां 524 Tigers है, व तीसरे नम्बर पर उत्तराखंड है जहां 442 Tigers की संख्या ज्ञात है।
उङीसा में Tigers की संख्या में कोई बदलाव नही हुआ है, जबकि छत्तीसगढ और मिजोरम में गिरावट दर्ज की गयी है।
Tigers की संख्या का आंकलन करने के लिए मार्क-रिकैप्चर फ्रेमवर्क को शामिल किया गया था। जिसमें लगभग 26760 स्थानो पर कैमरे लगाकर 3 करोङ से ज्यादा तस्वीरें ली गयी थी, जिसमें सें 76523 तस्वीरें सिर्फ Tigers की थी ।
No comments:
Post a Comment