निकोला टेस्ला उन महानतम वैज्ञानिको में से एक है जो अपनी खोजो और आविष्कारो के बल पर दुनिया बदलनें की क्षमता रखते थे, परन्तु समय और जीवन के हालातो के कारण उनको उतनी प्रसिद्धि नही मिली जिनके के वे हकदार थें।
वैसे तो इन दुनिया में अरबो लोग आते जाते है लेकिन कुछ निकोला टेस्ला जैसे व्यक्ति होते है जो अपने द्वारा किये गये कार्यो की मदद से दुनिया को बदल जाते है।
तो आइये आज हम पढते है विश्व के महानतम वैज्ञानिको में से एक निकोला टेस्ला के जीवन के बारे में जिनसे प्रेरित होकर एलोन मस्क ने अपनी कम्पनी का नाम भी टेस्ला रखा है:-
निकोला टेस्ला का प्रारम्भिक जीवन:-
निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई,1856 को वर्तमान क्रोएशिया में हुआ था, इनके पिता का नाम मिलुटिन टेस्ला व माता का नाम डूका टेस्ला था।
निकोला टेस्ला बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी थें, वे गणित के काफी बङे-बङे सवालो को बिना कॉपी पेन की मदद से कर दिया करतें थें जिससे कभी-कभार उनके शिक्षको को यह शक होता था कि निकोला टेस्ला या तो उत्तर याद करते है या किसी प्रकार की बेईमानी करते है।
निकोला टेस्ला की महानता के पीछे उनकी माँ का ही हाथ था, बचपन में वह अपनी माँ को बहुत सी ऐसी चीजे बनाते हुए देखते थे जो कि उनके दैनिक जीवन में काम आती थी व जीवन को आसान बनाती थी।
उनसे ही प्रेऱणा लेकर टेस्ला भी आविष्कार करने के प्रति जागरूक हुए।
1870 में, उन्होने कार्लोवाक में हायर रियल जिमनैजियम में दाखिला लिया और अपनी असाधारण बुद्धिमत्ता की मदद से 1873 में तीन साल के भीतर चार साल का कोर्स पूरा कर लिया।
1875 में उन्होने पॉलीटेक्निक किया, यह ऐसा वक्त था जब नौजवानो के पास सिर्फ दो रास्ते होते थें, पहला पादरी बन जाने का और दूसरा सेना में भर्ती हो जाने का।
टेस्ला के पिताजी ने उन्हे पादरी बन जाने की सलाह दी थी परन्तु टेस्ला आगे की पढाई करना चाहते थें।
निकोला टेस्ला का कैरियर:-
निकोला टेस्ला प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी और मैकिनिकल इंजीनियर थें, परन्तु अपने कैरियर की शुरूआत में उन्होने टेलीफोन कम्पनी में काम किया और वहॉ टेलीफोन एम्प्लीफॉयर में बहुत ही बेहतरीन सुधार किया।
निकोला टेस्ला अभूतपूर्व प्रतिभा के धनी थें, ऐसा कहा जाता है कि किसी भी चीज का पूरा डिजाइन वह अपने दिमाग में बना लेते थें और वह दिमाग में बनाये गये डिजाइन से ही काम किया करते थें।
उन्होने बहुत सारे आविष्कार किये, 1882 में निकोला टेस्ला फ्रांस में एडीसन की कम्पनी में कार्यरत थें। दो साल बाद वह न्यूयार्क चले गये जहां पर उन्हे एडीसन नें डीसी जनरेटर के सुधार का ऑफर दिया और सही करने पर 50,000 डॉलर के इनाम के बात की।
टेस्ला नें जनरेटर की कमियो की दूर करके और उस जनरेटर की क्षमता को कई गुना बढाने के बाद जब एडीसन से मिलने पहुचे तो एडीसन नें उन्हे इनाम के राशि देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि उन्होने मजाक किया था।
जिसके बाद टेस्ला नें एडीसन की कंपनी को छोङ खुद की कम्पनी स्थापित की।
टेस्ला और एडीसन के बीच AC और DC की लङाई:-
थॉमस अल्वा एडीसन जो कि वैज्ञानिक होने के साथ-साथ एक व्यापारी भी थें, DC पर कार्य कर रहे थें। पहली बार बल्ब के आविष्कार करने के बाद एडीसन ने घर-घर तक बल्ब पहुंचाने का निश्चय किया तो सबसे बङी समस्या घर-घर तक बिजली पहुंचाने की आयी।
जिसके लिए एडीसन नें पॉवर हाउस का निर्माण भी करवाया। लेकिन वह पॉवर हाउस सिर्फ आधा मील तक के क्षेत्र में ही बिजली की सप्लाई कर सकता था और DC की लागत भी बहुत ही ज्यादा थी।
जब एडीसन घर-घर बिजली पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे थे तो उसी समय टेस्ला इस बात पर काम कर रहे थे कि किस प्रकार बिजली की गुणवत्ता में सुधार किया जाये और इसको लोगो तक बङी ही आसानी से पहुंचाया जायें।
इसके लिए टेस्ला नें AC पर काम करना शुरू किया और जब यह बात एडीसन को बतायी तो एडीसन बहुत नाराज हुए जिसके बाद निकोला टेस्ला स्वयं ही इस पर काम करने लगे।
बिजली उस वक्त व्यापार का एक माध्यम हुआ करती थी, जिसके कारण टेस्ला को निवेशक बहुत ही जल्दी मिल गये और उन्होने लोगो को AC के फायदे में बताना शुरू किया।
एडीसन ने टेस्ला और AC के खिलाफ लोगो को भङकाना शुरू कर दिया जिसके लिए उन्होने अखबारों में खबरे निकलवाना शुरू किया लेकिन लोगो नें AC के फायदो को देखते हुए एडीसन को ज्यादा अहमियत नही दी जिसके बाद एडीसन ने AC कितना खतरनाक है यह प्रचार करना शुरू किया।
एडीसन ने अमेरिका की सरकार को सुझाव दिया कि मृत्युदंड के रूप में AC का प्रयोग किया जायें, जब AC का प्रयोग किया गया तो लोग दंग रह गये क्योकि AC से हुई मौत बहुत ही भयावह थी।
नियाग्रा फॉल्स पर AC जनरेटर लगा कर टेस्ला ने बिजली पैदा करना शुरू कर दिया। AC, DC की तुलना में 3 गुना तक सस्ती थी और सभी लोगो तक इसको आसानी से पहुंचाया जा सकता था जिसकी वजह से लोगो ने AC को ही प्रमुखता दी, वर्तमान में हमारे द्वारा AC का ही प्रयोग किया जाता है।
निकोला टेस्ला द्वारा किये गये अन्य कुछ आविष्कार:-
निकोला टेस्ला ने अपने जीवन में बहुत सारे आविष्कार कियें, कुछ का श्रेय उन्हे मिला तो कुछ का श्रेय उन्हे नही मिल पाया।
उनके द्वारा किये गये प्रमुख आविष्कारो में AC जनेरेटर का आविष्कार था जिसकी वजह से बिजली को बहुत दूर-दूर तक पहुचाना सम्भव हो सका।
उन्होने Tesla Coil का आविष्कार किया जो कि एक सर्किट थी जो बेहद उच्च वोल्टेज चार्ज में ऊर्जा को परिवर्तित करता था, जिससे शक्तिशाली विद्युत क्षेत्र बनाता था जो शानदार विद्युत चाप बनाने में सक्षम होते थें। टेस्ला में विघुत चुम्बकत्व में बहुत ही क्रांतिकारी कार्य किये।
टेस्ला ने रेडियो तकनीकि में बहुत ही बङा काम किया परन्तु बाद में इसका श्रेय इटली के वैज्ञानिक मारकोनी को मिल गया।
टेस्ला ने रिमोट प्रणाली पर काम किया, उन्होने पानी में एक खिलौने की नाव को रिमोट की मदद से चलाया था। बेतार संचार प्रणाली का जनक उन्हे ही माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि एक्स-रे का आविष्कार भी रॉजन से पहले निकोला टेस्ला ने ही किया था परन्तु वह उसका पेटेन्ट नही ले सके।
टेस्ला के आविष्कार जो फंड की कमी से पूरे नही हो सके:-
निकोला टेस्ला की लैब में आग लग जाने के कारण उन्हे बहुत नुकसान हुआ और उनके बहुत सारे प्रोजेक्ट जल कर राख हो गये। उन्होने अपने द्वारा कमाई गयी लगभग सारी कमाई उन प्रोजेक्ट में लगा दी थी। जिसके कारण उन्हे बहुत नुकसान हुआ और ऐसे बहुत सारे आविष्कार थे जो कि फंड की कमी के कारण पूरे नही हो सकें।
- निकोला टेस्ला शहर में एक टॉवर लगा कर शहर में बिजली सप्लाई करने के योजना बना रहे थें, जिसके लिए उन्होने निवेशको से पैसे भी लिये थें, परन्तु जब निवेशको को पता चला कि टेस्ला फ्री में बिजली सप्लाई करने के बारे में सोच रहे है तो निवेशको ने पैसा देना बंद कर दिया और प्रोजेक्ट बंद हो गया। बाद में उस टॉवर को निवेशको के द्वारा ही तोङ दिया गया।
- टेस्ला रिमोट कंटोल प्रणाली पर काम कर रहे थे, उन्होने एक खिलौने जैसी नाव को पानी में चलाया था परन्तु फंड की कमी के चलते वह यह काम भी पूर्ण न कर सकें।
- टेस्ला हथियार प्रणाली में एक ऐसी प्रणाली पर कार्य कर रहे थे जो कि सैकङो किलोमीटर दूर स्थिति सैकङो चीजो को एक साथ नष्ट कर सकती थी। परन्तु फंड की कमी के चलते उन्हे यह भी प्रोजक्ट बंद करना पङा।
- जीवन के अंतिम दिनो में वह ऐसे कैमरे को बनाने के लिए प्रयासरत थे जो कि मनुष्य की यादो को तस्वीरो में उतार सकता था। परन्तु यह प्रोजेक्ट भी फंड की कमी के चलते बंद करना पङा।
- टेस्ला विद्युत मोटर बनाने के प्रयोग के दौरान जनरेटर का वोल्टेज लगातार बढाते जा रहे थे, जिसकी वजह से उनकी लैब के आसपास एक बार भूकम्प आ गया। यह देखकर टेस्ला ने अपने मोटर को तुरन्त तोङ डाला।
टेस्ला के बहुत से आविष्कार ऐसे है जो लोगो की नजर में नही आये है और उन्हे सरकार ने गुप्त किया हुआ है। टेस्ला नें अपनी आत्मकथा में लिखा था कि वे भूत, भविष्य तथा वर्तमान तक को एक साथ जी चुके है और उनका सम्पर्क बहुत ही विलक्षण लोगो तक से हुआ है।
टेस्ला की जीवन की कुछ अहम प्रमुख बातें:-
निकोला टेस्ला की जीवन की कुछ अहम बातें है जो कि हर इंसान को प्रेरित कर सकती है। निकोला टेस्ला 8 भाषाओ का जानते थें, वह क्रोएशिया, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशो में बहुत सालो तक रहे थें।
ऐसा कहा जाता है कि टेस्ला, दिन में 15 घंटे से अधिक काम करते थें और वह सिर्फ 2-3 घंटे सोते थें। दिन में काम के दौरान कभी-कभी वह 2 मिनट की नींद ले लेते थें।
वह विज्ञान और आविष्कारो के प्रति इतने उत्साही थे कि उन्होने जीवन भर शादी नही की और अपना सम्पूर्ण जीवन विज्ञान को दिया।
निकोला टेस्ला आविष्कारो से मिली सारी कमाई को कम्पनी के कर्मचारियों में बांट देते थे या नये प्रयोगो में लगा देते थें जिसके कारण उनके जीवन के अंतिम दिन गरीबी में बीते, वह न्यूयार्क के एक होटल में अपने जीवन के अंतिम दिनो में वहां रहे।
उनकी मृत्यु 7 जनवरी 1943 को 86 वर्ष की उम्र में न्यूयार्क में हुई।
ये निकोला टेस्ला के प्रयास और सोच का ही नतीजा है कि आज हम वाई-फाई और रिमोट कंट्रोल जैसी चीजो को प्रयोग कर पा रहे है।
एलोन मस्क ने अपनी कंपनी जो बिजली से चलने वाली कारें बनाती है का नाम निकोला टेस्ला के नाम पर ही टेस्ला रखा है। टेस्ला के प्रयोग और आविष्कार मानवता और मानव के लिए बहुत ही हितकारी सिद्ध हुए।
दुनिया कहीं ज्यादा विकसित और आगे होती यदि टेस्ला को अपने प्रयोगो के लिए पर्याप्त धन मिला होता, जिनको वे धन की कमी के चलते पूरा नही कर पाये।
महान व्यक्तियो की यह निशानी होती है कि वह काम पूरी लगन से करते है और आज का काम कल पर नही डालते, काम को पूरा करने के बाद ही वह दम लेते है।
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