Thursday, November 5, 2020

Central Vista Project क्या है? किस प्रकार यह आम आदमी को प्रभावित करेगा.

1971 की जनगणना के आधार पर देश में सांसदो की संख्या व उनके अनुपात का निर्धारण होता है जो कि 2026 तक इसी रूप में चलेगा। परन्तु उसके पश्चात नयी जनगणना के अनुसार सांसदो की संख्या बढायी जायेगी जो कि 545 से बढकर लगभग 850 के आसपास हो जायेगी।

ऐसी स्थिति में सरकार के लिए पुराना संसद भवन छोटा पङ सकता है इसलिए सरकार एक नया प्रोजेक्ट ला रही है जिसका नाम Central Vista Project है।


Central Vista क्या है?

दिल्ली में इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक का क्षेत्र central vista कहलाता है।




Central vista project क्या है?

Central Vista Project के अंतर्गत सरकार नयी संसद भवन का निर्माण कर रही है क्योकि नयी जनगणना के अनुसार सांसदो की संख्या बढेगी और पुराना संसद भवन उसके लिए छोटा पङ जायेगा। ध्यान रहें, कि पुराने संसद भवन की इमारत लगभग 100 वर्ष पुरानी है जिसके कारण कोई भी बङा खतरा होने का डर हर वक्त बना रहता है।

 इस प्रोजेक्ट में निम्न परिकल्पनाएं शामिल है:-

  1. मौजूदा संसद भवन के निकट में ही नई त्रिकोणीय संसद भवन का निर्माण.
  2. नार्थ ब्लाक व साउथ ब्लाक को संग्रहालय के रूप में पुनर्निमित किया जायेगा.
  3. आम केन्द्रीय सचिवालय का निर्माण.
  4. 3km लम्बे राजपथ का पुनरुद्धार करना (इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन)


 


यह एक भारत सरकार की बड़ी महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसकी लागत लगभग 20,000 करोड़ तक आंकी जा रही है। संसद भवन का निर्माण कार्य समाप्त करने की समय सीमा मार्च 2022 रखी गयी है, सरकार का लक्ष्य यह है कि 2022 में 75वें स्वतंत्रता दिवस का शीतकालीन सत्र नयें संसद भवन में किया जायेंगा।


 

भारत सरकार का central vista पुनरुद्धार का दृष्टिकोण?

भारत सरकार का वर्तमान सेन्ट्रल विस्टा प्रोजक्ट के प्रसार के लिए निम्न प्रकार के तर्क दिये गये है-
  1.  वर्तमान समय में संसद भवन की सुविधाएं व बुनियादी ढांचा अपर्याप्त है।
  2. केन्द्र सरकार के कार्यालय विभिन्न स्थानों पर फैले हैं। जिससे सरकार को Management में काफी समस्या होती है।
  3. अधिकांश इमारतों ने अपनी संरचनात्मक अवधि को पार कर लिया है

पर्यावरण मंत्रालय की clearance के पश्चात CPWD ने बताया कि 12 Feb को पार्लियामैंट के लिए 922 crore के प्रोजेक्ट की मंजूरी मिल गई है ।

 

पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा था कि लोकसभा की क्षमता को दोगुना करना चाहिए जिसमें लगभग 1000 Member of Parliament  हो।

पालिटिकल वैज्ञानिकों के अनुसार-लोकसभा में 2026 तक 848 member होंगे, जिसके लिए हमें नयें हाॅल को लगभग 900 सांसदों की क्षमता के उद्देश्य से बनाना होगा।

Central Vista वर्तमान तथा प्रस्तावित योजना के अनुसार:-

वर्तमान में नई दिल्ली के central vista में इंडिया गेट, संसद भवन, उत्तर व दक्षिण ब्लाॅक, राष्ट्रपति अभिलेखागार व राष्ट्रपति भवन है। संसद भवन को प्रसिद्ध Architect एडवर्ड लुटियन्स व बेकर दोनों द्वारा डिजाइन किया गया था। सचिवालय, जिसमें उत्तर व दक्षिणी ब्लाॅक शामिल है, हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन है।

  •  उत्तरी ब्लाॅक:- उत्तरी ब्लॉक में गृह मंत्रालय व वित्त मंत्रालय है।
  •  दक्षिणी ब्लाॅक:- दक्षिणी ब्लॉक में प्रधानमंत्री कार्यालय, रक्षा मंत्रालय व विदेश मंत्रालय आदि शामिल है।

                       
 योजना के अनुसार निम्न परिवर्तन किये जायेगे-

  •  साउथ ब्लाॅक 1857 तक देश के इतिहास को दर्शाएगा
  •  नार्थ ब्लाॅक 1857 के बाद के देश के इतिहास को बताएगा।

इन दोनों भव्य ऐतिहासिक इमारतों को संग्रहालय में परिवर्तित किया जायेगा, जहां लोग आसानी से पहुंच सकेंगे जो कि एक उच्च सुरक्षा क्षेत्र है।

  • योजना के अनुसार- दक्षिण ब्लाॅक के पास प्रधानमंत्री आवास और कार्यालय तथा उत्तरी ब्लाॅक के पास उपराष्ट्रपति का नया घर बनाने की योजना है। आम केन्द्रीय सचिवालय में 10 नये कार्यालय भवन शामिल होंगे।
  •  गुजरात की HCP नें केंद्र की महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग प्लानिंग के लिये कंसल्टेंसी बिड जीती है।
  •  नई संसद भवन में 900 से 1200 सांसदों के बैठने की जगह होगी व कम्प्यूटर स्क्रीन जैसी अन्य सुविधाएं भी होंगी। यह भवन सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही ज्यादा सुरक्षित होगा क्योकि 2001 के संसद भवन पर हमलें को देश के दुखद दिनों में से एक गिना जाता है।
  • पुरानी संसद भवन लगभग 100 वर्ष पुरानी है जिसकी वजह से इस भवन को भूकम्प से खतरा बना रहता है, परन्तु नयी बिल्डिंग पूरी तरह से भूकम्परोधी होगी।
  •  त्रिकोणीय संसद भवन, अगस्त 2022 तक बनने की उम्मीद है।
  •  2024 तक आम केंद्रीय सचिवालय के निर्माण की संभावना है।
  •  भारत की संसद भवन का निर्माण एडवर्ड लुटियन्स व हर्बर्ट बेकर द्वारा किया गया है। यह भवन 1921 से बनना शुरू हुआ था और 6 वर्षो में बनकर तैयार हुआ था, उस समय इस भवन को बनाने में 83 लाख की लागत आयी थी। इस भवन के निर्माण का विचार इन्होंने  मध्यप्रदेश के मोरैना जिलें में स्थित चौंसठ योगिनी मंदिर से लिया है, जिसका निर्माण देवपाल नाम के राजा ने करवाया था।

चौसठ योगिनी मन्दिर

 


सरकार तथा विपक्ष का मत:-


जनसंख्या बढने के साथ साथ सांसद भी बढे़गें। कई मंत्रालयों में काम के हेतु जगह की कमी होने से किराए का ऑफिस लेना पड़ता है, जिसमें अनुमानत: कई करोड़ खर्च होते है। अत: central vista पुनरुद्धार जिसमें संसद भवन का पुनर्निर्माण आवश्यक है।

कुछ अन्य व्यक्तियों का मत है कि संसद भवन के निर्माण के लिए बङी मात्रा में पेङ काटे जा रहे है व एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किये जा रहे है। इस प्रक्रिया में पेङो और पर्यावरण को बहुत ही ज्यादा हानि हो रही है।

कोरोना महामारी के पश्चात कुछ व्यक्तियों का कहना कि सरकार को संसद भवन के निर्माण की प्रक्रिया को कुछ समय के लिए स्थगित कर देना चाहिए और देश की अन्य समस्याओ जैसे कि फ्री वैक्सीन, चिकित्सा तथा अन्य जरूरी चीजों पर धन खर्च करना चाहिए।

कुछ अन्य व्यक्तियों का मत है कि आर्थिक मंदी के इस दौर में संसद भवन के निर्माण से मुद्रा का संचार आम नागरिक तक होगा जो कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है।

आप हमें कमेंट कर के बतायें कि आप इस बारें में क्या सोचते है।

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